यहां नीचे दिए गए हैं हनुमानजी के चमत्कारी मंत्रों के विवरण:
- भय नाश करने के लिए हनुमान मंत्र: “हं हनुमंते नम:”
यह मंत्र भगवान हनुमान को समर्पित है और भय को दूर करने, साहस और शक्ति प्राप्त करने के लिए जपा जाता है। भगवान हनुमान की कृपा और आशीर्वाद के लिए इस मंत्र का नियमित जाप किया जाता है।
- प्रेत भूत बाधा दूर करने के लिए मंत्र: “हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:। अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।।”
इस मंत्र में हम भगवान हनुमान को माँ अंजनी के पुत्र और वायुपुत्र (हवा के पुत्र) के रूप में समर्पित करते हैं। यह मंत्र भूत प्रेत और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करने के लिए जपा जाता है।
- द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र: “ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।”
यह एक शक्तिशाली बारह अक्षरी मंत्र है जो भगवान हनुमान के ऊर्जा से परिपूर्ण है। इस मंत्र का जाप करने से हम हनुमान जी की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं, साथ ही जीवन की समस्त बाधाएं दूर होती हैं।
- मनोकामना पूर्ण करवाने के लिए मंत्र: “महाबलाय वीराय चिरंजीविने उद्धते। हारिणे वज्र देहाय चोलांग्घितमहाव्यये।।”
यह मंत्र हनुमान जी की शक्ति और अविनाशी वीरता की प्रशंसा करता है। इस मंत्र का जाप करके हम अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
- शत्रुओं और रोगों पर विजय पाने के लिए: “ऊँ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा”
यह शक्तिशाली मंत्र भगवान हनुमान को भगवान रुद्र के अवतार के रूप में समर्पित है। इस मंत्र का जाप करके हम शत्रुओं से रक्षा करते हैं और रोगों का नाश करने में सफल होते हैं।
- संकट दूर करने का हनुमान मंत्र: “ऊँ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा”
यह भी पहले वाले मंत्र से समान है, जिसमें भगवान हनुमान के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। इस मंत्र का जाप करने से समस्त संकटों का नाश होता है और जीवन में समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
- कर्ज से मुक्ति के लिए मंत्र: “ऊँ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।”
यह मंत्र भगवान हनुमान को समर्पित है और ऋण और कर्ज से मुक्ति के लिए जपा जाता है। हनुमान जी की कृपा से इस मंत्र के जप से ऋण मुक्ति होती है और व्यक्ति के जीवन में आर्थिक स्थिरता आती है।
याद रखें कि इन मंत्रों का जाप भक्ति, शुद्धि और सही उच्चारण के साथ किया जाना चाहिए। मंत्रों की शक्ति उन्हें भक्ति और ईमानदारी से जप करने में होती है, और जब ये मंत्र भक्ति और विश्वास के साथ जपे जाते हैं, तो वे व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।